ब्रहसरोवर के घाट बने कला और संस्कृति के संगम
उपायुक्त डा. एसएस फुलिया सहित तमाम एचसीएस अधिकारियों ने किया सरस और शिल्प मेले का अवलोकन
हरियाणा पैवेलियन में रस्साकस्सी का लिया आनंद
सरस और शिल्प मेले के 13वें दिन भी पहुंचे लाखों पर्यटक
कवि सम्मेलन में आज शिरकत करेंगे कुमार विश्वास
कुलदीप सिंह
रादौर टाइम्स/कुरुक्षेत्र
---------------------------
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पावन पर्व पर पवित्र ब्रहमसरोवर के घाट कला और संस्कृति का संगम बन गए है। इस दृश्य का सुखद एहसास लेने के लिए देश और प्रदेश के कोने-कोने से श्रृद्घालु और पर्यटक बड़े उत्साह के साथ पहुंच रहे है। इन पर्यटकों का उत्साह उस समय झलकता है जब विभिन्न प्रदेशों के वाद्य यंत्रों और लोक नृत्यों के साथ पर्यटक झूम उठते है। अहम पहलू यह है कि हरियाणा पैवेलियन में बुजुर्गो की रस्साकस्सी प्रतियोगिता और हरियाणा व्यंजन इस उत्सव के आनंद को ओर बढ़ाने का काम कर रहे है।
महोत्सव के 13वें दिन सरस और क्राफ्ट मेेले का आनंद लेने और खरीददारी करने के लिए वीरवार को भी लाखों पर्यटक ब्रहमसरोवर के घाटों पर नजर आए। यह महोत्सव चरम सीमा पर पहुंच चुका है और आने वाले शनिवार और रविवार को लाखों लोगों के पहुंचने की सम्भावना है। इस महोत्सव में लगातार बढ़ रही भीड़ से यहं आंकलन किया जा सकता है कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव प्रदेश ही नहीं देश वासियों का एक विशेष उत्सव बन चुका है और इस उत्सव में अपने उत्साह की आहुती डालने के लिए देश-विदेश से लोग ब्रहमसरोवर के तट पर पहुंच रहे है। विभिन्न प्रदेशों की लोक और शिल्प कलाओं को देखकर ऐसा मालुम होता है कि इन कलाओं का संगम पर्यटकों को अपनी ओर खींच रहा है।
शिल्प और सरस मेले का आनंद लेने के उपरांत विभिन्न प्रदेशों के व्यंजन जिनमें राजस्थान के चूरमे, पूणे की अंगूरी चाय, गोहाना की जलेबी, छोले-भटूरे, पाव-भाजी आदि शामिल है, पर्यटकों के स्वाद को भी बढ़ा रहे है। इस महोत्सव में पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और पर्यटक लोक कलाओं और खानपान का भरपूर आनंद ले पाए इसकी व्यवस्था पर प्रशासन नजर रखे हुए है। उपायुक्त डा. एसएस फुलिया सहित अन्य अधिकारियों ने सरस और शिल्प मेले का अवलोकन किया और जहां कहीं भी खामी नजर आई उसको तुरंत प्रभाव से ठीक करवाने का काम किया। इतना ही नहीं उपायुक्त सहित तमाम अधिकारियों ने हरियाणा पैवेलियन में जाकर आन-बान-शान की प्रतीक पगड़ी को पहना और पैवेलियन में हरियाणा की पारम्परिक रस्साकस्सी प्रतियोगिता का भी आनंद लिया। इस प्रतियोगिता के आनंद को उस समय ओर चार चांद लग गए जब बुजुर्गो ने पूरे दमखम के साथ रस्साकस्सी प्रतियोगिता में अपना जोश दिखाया। सभी अधिकारियों और दर्शकों ने इन बुजुर्गो का तालियां बजाकर उत्साह बढ़ाया।
उपायुक्त डा. एसएस फुलिया ने कहा कि केडीबी और प्रशासन की तरफ से श्रृद्घालुओं और पर्यटकों के लिए हर प्रकार के पुख्ता इंतजाम किए गए है और महोत्सव की तमाम गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 8 दिसम्बर तक चलेंगे और शिल्प और सरस मेले का 10 दिसम्बर तक आनंद लिया जा सकेगा।
मुख्य पांडाल में आज होगा कवि सम्मेलन
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 6 दिसम्बर को सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर गीता की उपदेशस्थली ज्यातिसर में गीता पाठ, सुबह 11 बजे पुरुषोतमपुरा बाग में मैक के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती, सायं 5 बजे मेला क्षेत्र मुख्य पांडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम में भजन प्रस्तुती व कवि सम्मेलन में कुमार विश्वास व गजेन्द्र सौंलकी की प्रस्तुती, 5 बजकर 30 मिनट पर ब्रहमसरोवर पर वाटर लेजर शो, सायं 6 बजे पुरुषोतमपुरा बाग में महाआरती और भजन संध्या होगी।