कुरुक्षेत्र, 17 अगस्त (नवदेश टाइम्स) : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पांचाल समाज सहित ओबीसी वर्ग के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना योजना के तहत 13000 करोड़ रुपए के बजट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औजार खरीदने के लिए प्रावधान किया। मुख्यमंत्री ने पांचाल समाज को विश्वास दिलाते हुए कहा कि समाज की राजनीति में हिस्सेदारी जल्द ही सुनिश्चित हो, इसके लिए चिंता की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने पांचाल समाज को पंचकूला के हुडा सेक्टर में प्लॉट देने, कुरुक्षेत्र भवन में निर्माण के लिए 31 लाख रुपए और पट्टेदार काश्तकार किसानों की योजना के तहत मालिकाना हक देने की योजना में रजिस्ट्री किए जाने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रविवार को श्रद्धेय स्वामी भीष्म महाराज के स्मृति दिवस पर कुरुक्षेत्र की अनाज मंडी में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने स्वामी भीष्म महाराज के चित्र पर पुष्प अर्पित की और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत रूप से शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की इस पावन धरा पर स्वामी भीष्म महाराज को याद कर रहे हैं। श्रद्धेय स्वामी जी का जीवन समाज सेवा, आध्यात्मिक जागरण और राष्ट्रहित की साधना में बीता। उन्होंने समाज को एकता, शिक्षा, संस्कार और सेवा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। स्वामी भीष्म महाराज पांचाल समाज के रत्न थे। पांचाल समाज मेहनतकश समाज है। खेती से लेकर उद्योग तक, निर्माण से लेकर सुरक्षा तक राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान करते आए हैं। आज हम जो विकसित हरियाणा देख रहे हैं, इसको बनाने में समाज के कौशल और परिश्रम का बड़ा योगदान है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि स्वामी भीष्म महाराज ने कुरुक्षेत्र के त्योड़ा गांव और गांव पांडू पिंडारा में तप किया। ग्रामीण पृष्ठभूमि से निकलकर उन्होंने अपनी शिक्षा और ज्ञान से स्वयं को न केवल एक विद्वान के रूप में स्थापित किया। उन्होंने स्वामी दयानंद सरस्वती के ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश का अध्ययन किया। उन्होंने आर्य समाज के संगठन और प्रचार-प्रसार में बहुमूल्य योगदान दिया। उन्होंने बाल विवाह, अशिक्षा और नशाखोरी जैसी बुराइयों के खिलाफ जन-जागरण किया। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा, विधवा विवाह और समाज के वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी लेखनी भी उतनी ही तेज थी, जितनी उनकी वाणी। उन्होंने 228 पुस्तकें लिखीं, जो राष्ट्रीयता व समाज सुधार जैसे विषयों पर आधारित हैं। उनके गीत और कविताएं आज भी जन-जन में ऊर्जा और प्रेरणा भरते हैं।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि महापुरुष किसी भी धर्म व जाति के न होकर सभी के होते हैं। उनकी विरासत को सम्भालने व सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है। इसलिए हम भी संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना के तहत संतों व महापुरुषों के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। महापुरुषों ने जो समानता का संदेश दिया है, उसे साकार करने के लिए हमने अनेक ऐसी योजनाएं बनाई हैं, जिनसे समाज के हर वर्ग के गरीब से गरीब व्यक्ति का जीवन स्तर ऊंचा उठ सके ।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार का दृढ़ संकल्प है कि हरियाणा के हर मेहनतकश को सम्मान मिले, उसे ताकत मिले और उसकी प्रगति के नए-नए रास्ते खुलें। हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास-सबका प्रयास के मूलमंत्र को अपनाकर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाया है। उनकी केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में ओ.बी.सी. को अब तक का सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व दिया गया है। उन्होंने ओ.बी.सी. को मेडिकल एजुकेशन में अखिल भारतीय कोटे की सीटों में आरक्षण दिया गया है। साथ ही पिछड़े वर्गों को आगे बढाने के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना चलाई गई है। इसका उद्देश्य कुशल कारीगरों को प्रोत्साहन देना है। इस योजना में कौशल प्रशिक्षण दिया जाता है और औजार खरीदने के लिए मामूली ब्याज दर पर ऋण दिया जाता है। हम हरियाणा में भी इस योजना को लागू कर रहे हैं। केन्द्र सरकार ने विश्वकर्मा जयंती को राष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इसे हरियाणा में भी हर साल राष्ट्रीय श्रम दिवस धूमधाम से मनाते हैं।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछड़े वर्गों के कल्याण व उत्थान के लिए अनेक कदम उठाए हैं। पंचायती राज संस्थाओं में पिछड़ा वर्ग (ए) को 8 प्रतिशत व पिछड़ा वर्ग (बी) को 5 प्रतिशत आरक्षण और पंच पद के लिए उनकी जनसंख्या के 50 प्रतिशत के अनुपात में आरक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों में भी पिछड़ा वर्ग-बी को मेयर / प्रधान के पदों में 5 प्रतिशत तथा सदस्यों के लिए सम्बंधित पालिका में उनकी जनसंख्या के 50 प्रतिशत के अनुपात में आरक्षण दिया गया है। साथ ही प्रदेश में पिछड़े वर्गों के लिए क्रीमिलेयर की आय सीमा पहले 6 लाख रुपये वार्षिक से बढ़ाकर 8 लाख रुपए कर दिया है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रजापत समाज को मिट्टी के बर्तन बनाने का कारोबार करने के लिए प्रदेश के 1700 गांवों में जमीन दी है। पिछडे वर्गों के उत्थान व कल्याण के लिए पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया है। पिछड़े वर्ग के बी.पी.एल. परिवारों की बेटी की शादी पर 51,000 रुपये की शगुन राशि दी जाती है। उन्होंने कहा कि गरीब व जरूरतमंद परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए आयुष्मान भारत-चिरायु योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत सालाना 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। अब तक 22 लाख लाभार्थियों का लगभग 3 हजार करोड़ रुपये का मुफ्त इलाज किया गया है।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, पीडब्ल्यूडी एवं अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, जिला अध्यक्ष तिजेंदर सिंह गोल्डी, हरियाणा विश्वकर्मा पांचाल समाज सुधार सभा के अध्यक्ष साहब सिंह खरींडवा, भाजपा नेता जयभगवान शर्मा डीडी, सुभाष कलसाना, अध्यक्ष धर्मवीर डागर, नगर परिषद चेयरपर्सन माफी ढांडा, जिला परिषद अध्यक्ष कंवलजीत कौर, कुलदीप चीका, राहुल राणा, योगेंद्र योगी, सुधीर पांचाल, आदित्य, मदन चौहान, जितेंद्र खैर,रामकुमार रम्बा, बंसी लाल करनाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रविवार को श्रद्धेय स्वामी भीष्म महाराज के स्मृति दिवस पर कुरुक्षेत्र की अनाज मंडी में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने स्वामी भीष्म महाराज के चित्र पर पुष्प अर्पित की और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत रूप से शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की इस पावन धरा पर स्वामी भीष्म महाराज को याद कर रहे हैं। श्रद्धेय स्वामी जी का जीवन समाज सेवा, आध्यात्मिक जागरण और राष्ट्रहित की साधना में बीता। उन्होंने समाज को एकता, शिक्षा, संस्कार और सेवा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। स्वामी भीष्म महाराज पांचाल समाज के रत्न थे। पांचाल समाज मेहनतकश समाज है। खेती से लेकर उद्योग तक, निर्माण से लेकर सुरक्षा तक राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान करते आए हैं। आज हम जो विकसित हरियाणा देख रहे हैं, इसको बनाने में समाज के कौशल और परिश्रम का बड़ा योगदान है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि स्वामी भीष्म महाराज ने कुरुक्षेत्र के त्योड़ा गांव और गांव पांडू पिंडारा में तप किया। ग्रामीण पृष्ठभूमि से निकलकर उन्होंने अपनी शिक्षा और ज्ञान से स्वयं को न केवल एक विद्वान के रूप में स्थापित किया। उन्होंने स्वामी दयानंद सरस्वती के ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश का अध्ययन किया। उन्होंने आर्य समाज के संगठन और प्रचार-प्रसार में बहुमूल्य योगदान दिया। उन्होंने बाल विवाह, अशिक्षा और नशाखोरी जैसी बुराइयों के खिलाफ जन-जागरण किया। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा, विधवा विवाह और समाज के वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी लेखनी भी उतनी ही तेज थी, जितनी उनकी वाणी। उन्होंने 228 पुस्तकें लिखीं, जो राष्ट्रीयता व समाज सुधार जैसे विषयों पर आधारित हैं। उनके गीत और कविताएं आज भी जन-जन में ऊर्जा और प्रेरणा भरते हैं।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि महापुरुष किसी भी धर्म व जाति के न होकर सभी के होते हैं। उनकी विरासत को सम्भालने व सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है। इसलिए हम भी संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना के तहत संतों व महापुरुषों के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। महापुरुषों ने जो समानता का संदेश दिया है, उसे साकार करने के लिए हमने अनेक ऐसी योजनाएं बनाई हैं, जिनसे समाज के हर वर्ग के गरीब से गरीब व्यक्ति का जीवन स्तर ऊंचा उठ सके ।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार का दृढ़ संकल्प है कि हरियाणा के हर मेहनतकश को सम्मान मिले, उसे ताकत मिले और उसकी प्रगति के नए-नए रास्ते खुलें। हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास-सबका प्रयास के मूलमंत्र को अपनाकर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाया है। उनकी केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में ओ.बी.सी. को अब तक का सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व दिया गया है। उन्होंने ओ.बी.सी. को मेडिकल एजुकेशन में अखिल भारतीय कोटे की सीटों में आरक्षण दिया गया है। साथ ही पिछड़े वर्गों को आगे बढाने के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना चलाई गई है। इसका उद्देश्य कुशल कारीगरों को प्रोत्साहन देना है। इस योजना में कौशल प्रशिक्षण दिया जाता है और औजार खरीदने के लिए मामूली ब्याज दर पर ऋण दिया जाता है। हम हरियाणा में भी इस योजना को लागू कर रहे हैं। केन्द्र सरकार ने विश्वकर्मा जयंती को राष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इसे हरियाणा में भी हर साल राष्ट्रीय श्रम दिवस धूमधाम से मनाते हैं।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछड़े वर्गों के कल्याण व उत्थान के लिए अनेक कदम उठाए हैं। पंचायती राज संस्थाओं में पिछड़ा वर्ग (ए) को 8 प्रतिशत व पिछड़ा वर्ग (बी) को 5 प्रतिशत आरक्षण और पंच पद के लिए उनकी जनसंख्या के 50 प्रतिशत के अनुपात में आरक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों में भी पिछड़ा वर्ग-बी को मेयर / प्रधान के पदों में 5 प्रतिशत तथा सदस्यों के लिए सम्बंधित पालिका में उनकी जनसंख्या के 50 प्रतिशत के अनुपात में आरक्षण दिया गया है। साथ ही प्रदेश में पिछड़े वर्गों के लिए क्रीमिलेयर की आय सीमा पहले 6 लाख रुपये वार्षिक से बढ़ाकर 8 लाख रुपए कर दिया है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रजापत समाज को मिट्टी के बर्तन बनाने का कारोबार करने के लिए प्रदेश के 1700 गांवों में जमीन दी है। पिछडे वर्गों के उत्थान व कल्याण के लिए पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया है। पिछड़े वर्ग के बी.पी.एल. परिवारों की बेटी की शादी पर 51,000 रुपये की शगुन राशि दी जाती है। उन्होंने कहा कि गरीब व जरूरतमंद परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए आयुष्मान भारत-चिरायु योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत सालाना 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। अब तक 22 लाख लाभार्थियों का लगभग 3 हजार करोड़ रुपये का मुफ्त इलाज किया गया है।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, पीडब्ल्यूडी एवं अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, जिला अध्यक्ष तिजेंदर सिंह गोल्डी, हरियाणा विश्वकर्मा पांचाल समाज सुधार सभा के अध्यक्ष साहब सिंह खरींडवा, भाजपा नेता जयभगवान शर्मा डीडी, सुभाष कलसाना, अध्यक्ष धर्मवीर डागर, नगर परिषद चेयरपर्सन माफी ढांडा, जिला परिषद अध्यक्ष कंवलजीत कौर, कुलदीप चीका, राहुल राणा, योगेंद्र योगी, सुधीर पांचाल, आदित्य, मदन चौहान, जितेंद्र खैर,रामकुमार रम्बा, बंसी लाल करनाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
महापुरुष तपस्या करके समाज को एकजुट हौसला और समृद्धि देने का बनाते हैं रास्ता: महिपाल ढांडा
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि महापुरुष समाज की धरोहर होते हैं, जो तप तपस्या करके समाज को एकजुटता, हौसला और समृद्धि देने का रास्ता बनाते हैं। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने नागरिकों को निवेदन किया कि वह जीवन में महापुरुषों की एक-एक बात को अपनाते हुए देश को तरक्की की तरफ लेकर जाएं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से वर्ष 2047 में भारत दुनिया का सबसे ताकतवर देश बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जोश और जुनून के साथ 3 गुना गति से विकास करते हुए प्रदेश को आगे बढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अनेक योजनाएं बनाकर प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाने के लिए विकास के रास्ते खोले हैं।
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने युवाओं के हाथों में सिर्फ डिग्रियां सोपी थी, लेकिन हमारी सरकार ने नई शिक्षा नीति को देश में सबसे पहले लागू करते हुए युवाओं का भविष्य किस दिशा में जाएगा, इसको तय किया है।
पांचाल समाज ने पहले की सरकारों की अपेक्षाओं को किया सहन: रणबीर गंगवा
पीडब्ल्यूडी एवं जन अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि पांचाल बहुत ही मेहनतकश शसमाज में आता है,जो लोहे को मोडक़र आकार देने का काम करता है। यह वह समाज है, जो जहां पर खड़ा हो जाए, वहां से पीछे नहीं हटता है। इस समाज का जोश और उत्साह इस बात से दिखता है कि पूरा पंडाल सुबह से मुख्यमंत्री के इंतजार में बैठा हुआ है।
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने इस समाज की बहुत उपेक्षाएं की। इस समाज ने उन अपेक्षाओं को सहन किया। पांचाल समाज के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम पहुंचने पर ओबीसी समाज की तरफ से मंत्री रणबीर गंगवा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का आभार व्यक्त किया।