रोहतक, 11 दिसम्बर (कुलदीप सैनी) : जिले के गांव घनीपुरा,में ब्लाइंड गोल बॉल एसोसिएशन हरियाणा और नारी उदय फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में तीसरे हरियाणा गोल बॉल स्टेट चैंपियनशिप 2025 का सफल आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 24 दृष्टिबाधित खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने उत्कृष्ट खेल से दर्शकों को प्रभावित किया। कार्यक्रम का संचालन रानी हुड्डा के नेतृत्व में सुव्यवस्थित रूप से किया गया, जबकि पुलकित गोयल ने खिलाड़ियों की टीम बनाकर मैचों का सुचारू आयोजन सुनिश्चित किया। गोल बॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया (GFI) के ऑब्जर्वर सुमित धौलरा ने पूरी प्रतियोगिता को निर्धारित गाइडलाइंस के तहत सम्पन्न करवाया। इस मौके पर मुख्य अतिथि आशीष मित्तल ने दीप प्रज्ज्वलित कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया और खिलाड़ियों के जज्बे की सराहना की। उन्होंने कहा कि गोल बॉल जैसे खेल दृष्टिबाधित खिलाड़ियों की प्रतिभा और आत्मविश्वास का सशक्त उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल खिलाड़ियों को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि समाज को संवेदनशीलता और समावेश का संदेश भी देते हैं। मित्तल ने सभी प्रतिभागियों के जज़्बे की सराहना करते हुए कहा कि इन खिलाड़ियों का हौसला और प्रतिबद्धता सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने आयोजकों को ऐसी प्रतियोगिताएं निरंतर करवाने के लिए प्रोत्साहित किया।
रोहतक - हरियाणा गोलबॉल स्टेट चैंपियनशिप में 24 दृष्टिबाधित खिलाड़ियों ने दिखाया दम
December 11, 2025
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रोहतक, 11 दिसम्बर (कुलदीप सैनी) : जिले के गांव घनीपुरा,में ब्लाइंड गोल बॉल एसोसिएशन हरियाणा और नारी उदय फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में तीसरे हरियाणा गोल बॉल स्टेट चैंपियनशिप 2025 का सफल आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 24 दृष्टिबाधित खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने उत्कृष्ट खेल से दर्शकों को प्रभावित किया। कार्यक्रम का संचालन रानी हुड्डा के नेतृत्व में सुव्यवस्थित रूप से किया गया, जबकि पुलकित गोयल ने खिलाड़ियों की टीम बनाकर मैचों का सुचारू आयोजन सुनिश्चित किया। गोल बॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया (GFI) के ऑब्जर्वर सुमित धौलरा ने पूरी प्रतियोगिता को निर्धारित गाइडलाइंस के तहत सम्पन्न करवाया। इस मौके पर मुख्य अतिथि आशीष मित्तल ने दीप प्रज्ज्वलित कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया और खिलाड़ियों के जज्बे की सराहना की। उन्होंने कहा कि गोल बॉल जैसे खेल दृष्टिबाधित खिलाड़ियों की प्रतिभा और आत्मविश्वास का सशक्त उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल खिलाड़ियों को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि समाज को संवेदनशीलता और समावेश का संदेश भी देते हैं। मित्तल ने सभी प्रतिभागियों के जज़्बे की सराहना करते हुए कहा कि इन खिलाड़ियों का हौसला और प्रतिबद्धता सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने आयोजकों को ऐसी प्रतियोगिताएं निरंतर करवाने के लिए प्रोत्साहित किया।
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