यमुनानगर, 16 अक्टूबर (ब्यूरो) - आगामी छठ पूजा पर्व के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने यमुना नदी की स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी तैयारियों को और तेज कर दिया है। यह जानकारी हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी उपायुक्तों को दी।
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने विभागों के बीच समन्वय को और प्रभावी बनाने, प्रदूषण नियंत्रण के कठोर उपाय लागू करने और पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने के निर्देश दिए। सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यमुना और उसकी सहायक नदियों के तटों पर पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया जा सके।
मुख्य सचिव ने यमुना कैचमेंट एरिया में स्थित सभी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (एस.टी.पी.) और कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (सी.ई.टी.पी.) की 24 घंटे निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी कार्यकारी अभियंताओं को 28 अक्टूबर, 2025 तक इन प्लांट्स के संचालन की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने के आदेश दिए ताकि कोई भी खराबी आने पर इसे तुरन्त ठीक किया जा सके और सभी संयंत्र निर्धारित पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप कार्य करें।
इसकी निरंतर निगरानी के लिए कनिष्ठ अभियंता और उपमंडल अभियंताओं को तैनात किया गया है, जबकि हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विशेष फ्लाइंग स्क्वॉड गठित कर आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माणाधीन और कार्यरत, सभी संयंत्रों की सूची तैयार कर आगामी कार्ययोजना बनाई जाए और परियोजनाओं की समयबद्ध पूर्णता सुनिश्चित की जाए।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार यमुना को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि छठ पर्व के दौरान श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ और सुरक्षित सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा कि स्वच्छ नदी प्रणाली न केवल पर्यावरणीय आवश्यकता है, बल्कि समाज की साझा जिम्मेदारी भी है। छठ पूजा इस दिशा में सामूहिक प्रयासों को मजबूत करने का उपयुक्त अवसर है। उन्होंने निर्देश दिए कि शहरी स्थानीय निकाय विभाग और सिंचाई विभाग छठ पूजा के दौरान नदी तटों की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए नालों और नदी किनारों से ठोस अपशिष्ट की तुरंत सफाई सुनिश्चित करें। इसके अलावा, नगर निगमों को पर्याप्त जनशक्ति और मशीनरी तैनात करने को कहा गया है ताकि छठ पर्व के दौरान घाटों और नदी तटों की सफाई और सुगम पहुँच सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने अगले 15 दिनों तक पुलिस, नगर निगम, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग तथा विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा एक संयुक्त प्रवर्तन अभियान चलाया जाएगा ताकि किसी भी प्रकार के सीवेज या टैंकर अपशिष्ट को अवैध रूप से यमुना में डाले जाने से रोका जा सके। उन्होंने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए हैं कि उपलब्ध क्षमता अनुसार टैंकरों के माध्यम से सीवेज उठाकर उपचार के लिए एस.टी.पी. तक पहुँचाया जाए।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त नवीन आहूजा, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता विजय गर्ग, डीआईपीआरओ डॉ. मनोज कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्य सचिव ने यमुना कैचमेंट एरिया में स्थित सभी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (एस.टी.पी.) और कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (सी.ई.टी.पी.) की 24 घंटे निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी कार्यकारी अभियंताओं को 28 अक्टूबर, 2025 तक इन प्लांट्स के संचालन की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने के आदेश दिए ताकि कोई भी खराबी आने पर इसे तुरन्त ठीक किया जा सके और सभी संयंत्र निर्धारित पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप कार्य करें।
इसकी निरंतर निगरानी के लिए कनिष्ठ अभियंता और उपमंडल अभियंताओं को तैनात किया गया है, जबकि हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विशेष फ्लाइंग स्क्वॉड गठित कर आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माणाधीन और कार्यरत, सभी संयंत्रों की सूची तैयार कर आगामी कार्ययोजना बनाई जाए और परियोजनाओं की समयबद्ध पूर्णता सुनिश्चित की जाए।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार यमुना को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि छठ पर्व के दौरान श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ और सुरक्षित सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा कि स्वच्छ नदी प्रणाली न केवल पर्यावरणीय आवश्यकता है, बल्कि समाज की साझा जिम्मेदारी भी है। छठ पूजा इस दिशा में सामूहिक प्रयासों को मजबूत करने का उपयुक्त अवसर है। उन्होंने निर्देश दिए कि शहरी स्थानीय निकाय विभाग और सिंचाई विभाग छठ पूजा के दौरान नदी तटों की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए नालों और नदी किनारों से ठोस अपशिष्ट की तुरंत सफाई सुनिश्चित करें। इसके अलावा, नगर निगमों को पर्याप्त जनशक्ति और मशीनरी तैनात करने को कहा गया है ताकि छठ पर्व के दौरान घाटों और नदी तटों की सफाई और सुगम पहुँच सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने अगले 15 दिनों तक पुलिस, नगर निगम, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग तथा विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा एक संयुक्त प्रवर्तन अभियान चलाया जाएगा ताकि किसी भी प्रकार के सीवेज या टैंकर अपशिष्ट को अवैध रूप से यमुना में डाले जाने से रोका जा सके। उन्होंने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए हैं कि उपलब्ध क्षमता अनुसार टैंकरों के माध्यम से सीवेज उठाकर उपचार के लिए एस.टी.पी. तक पहुँचाया जाए।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त नवीन आहूजा, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता विजय गर्ग, डीआईपीआरओ डॉ. मनोज कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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